- सुसाइड के विषय में जागरूकता बढ़ाता है और सामाजिक कलंक/शर्मिंदगी को कम करता है।
- अनौपचारिक तरीके से भावनात्मक सहायता प्रदान करता है।
- सुसाइड के जोखिम में व्यक्तियों को उचित सहायता सेवाओं से जोड़ने में मदद करता है।
यह कोर्स किस के लिए है? –
यह कोर्स उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जो अपने समुदाय के लोगों के साथ हर रोज जुड़ते हैं जैसे कि– शिक्षक, पत्रकार या अन्य मीडिया कर्मचारी, धार्मिक गुरु, सहयोगी और देखभालकर्ता। सुसाइड रोकथाम सहारा प्रदान करने के लिए प्रेरित कोई भी व्यक्ति इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
कोर्स का उद्देश्य
इस कोर्स के बाद, प्रतिभागियों में निम्नलिखित योग्यताएं होंगी:
- सुसाइड के रोकथाम से संबंधित अवधारणाओं, मिथकों और तथ्यों की समझ।
- गेटकीपर की भूमिका की समझ।
- सुसाइड के जोखिम में व्यक्तियों की पहचान और आकलन करना, सहारा प्रदान करना, और रेफर और फॉलो-अप करना।
- सुसाइड के जोखिम में व्यक्तियों की सहायता करते समय खुद की देखभाल करना।
कोर्स अवधि एवं जानकारी
यह 20 घंटे का ऑनलाइन कोर्स है जो 5 सप्ताह में पूर्ण होगा। क्लासेस शनिवार और रविवार को 10 AM से 1 PM IST के बीच आयोजित की जाएंगी।
4 सप्ताह के बाद, 2 घंटे का ग्रूप चेक-इन सेशन आयोजित किया जाएगा जिसमें कोर्स के दौरान सीखे गए कौशल का उपयोग करने में प्रतिभागियों के अनुभव और उनके प्रश्नों या चुनौतियों के समाधान पर चर्चा होगी।
कोर्स की रचना
- विशेषज्ञों द्वारा संचालन: यह कोर्स सुसाइड रोकथाम के क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा संचालित किया जाएगा।
- इंटरैक्टिव सेशन: यह कोर्स प्रतिभागियों को केस स्टडी और चर्चा जैसी इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से जोड़ेगा।
- कौशल आधारित सेशन: प्रतिभागी कोर्स में सीखी गई अवधारणाओं और जानकारियों को वास्तविक जीवन में लागू कर पायें इसीलिए कोर्स के दौरान रोल प्ले (role play) भी किए जाएंगे।
- कोर्स की लिखित जानकारी: प्रतिभागियों को ऑनलाइन सेशन के बाद पढ़ने के लिए अतिरिक्त पठन सामग्री और संक्षिप्त जानकारी दी जाएगी।
मॉड्यूलस
मॉड्यूल 1: सुसाइड रोकथाम के लिए गेटकीपर प्रशिक्षण कोर्स का परिचय
- भारत में सुसाइड का संदर्भ
- सुसाइड रोकथाम में गेटकीपर की भूमिका
मॉड्यूल 2: मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का परिचय
- मानसिक स्वास्थ्य क्या है?
- सुसाइड के संदर्भ में तनाव, गंभीर मानसिक तनाव और मानसिक विकारों को समझना
- मानसिक विकारों के सामान्य लक्षणों की पहचान करना
मॉड्यूल 3: सुसाइड का परिचय
- सुसाइड से संबंधित अवधारणाएँ, परिभाषाएं और शब्दावली
- सुसाइड से संबंधित आम मिथकों और गलत धारणाओं को तोड़ना
- सुसाइड से जुड़ी जोखिम और सुरक्षात्मक कारक
मॉड्यूल 4: सुसाइड के जोखिम में व्यक्तियों से संवाद/ बात-चीत कैसे करें?
- गंभीर मानसिक तनाव में व्यक्ति के साथ तालमेल बनाना
- सुसाइड के जोखिम में व्यक्ति से संवाद/ बात-चीत करने के लिए आवश्यक तकनीकें
- गोपनीयता एवं निजता बनाए रखना
मॉड्यूल 5: सुसाइड के जोखिम का आकलन करना
- सुसाइड के चेतावनी संकेतों की पहचान करना
- प्रश्नों के माध्यम से सुसाइड के जोखिम का आकलन करना
- जोखिम का आकलन करने के बाद उठाए जाने वाले कदम
मॉड्यूल 6: सुसाइड के जोखिम में व्यक्तियों को कैसे सहारा प्रदान करें?
- भावनात्मक सहारा कैसे प्रदान करें
- सुरक्षा योजना बनाना
- सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ अनुक्रमिक कदम
मॉड्यूल 7: रेफरल, मनोसामाजिक सहारा और फॉलो-अप
- रेफरल कैसे करें
- मनोसामाजिक सहारा प्रदान करना
- फॉलो-अप
मॉड्यूल 8: सेल्फ-केयर या खुद की देखबाल करने के तरीके
- अपनी निजी सीमाएं निर्धारित करना
- खुद की देखबाल करने के तरीके
सर्टिफिकेशन
जो प्रतिभागी 100% उपस्थिति के साथ सफलतापूर्वक इस कोर्स को पूर्ण करेंगे, उन्हें कोर्स पूर्ती का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया और शुल्क
कोर्स में कौन भाग ले सकता है?
यह कोर्स 18 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति के लिए है जो सुसाइड के रोकथाम में भाग लेना चाहता है। यह कोर्स केवल भारतीय निवासियों के लिए ही सीमित है।
कोर्स का शुल्क
INR 5000 + 18% GST (INR 5900/-)
यदि आपको शुल्क माफ़ी की आवश्यकता है, तो कृपया हमें [email protected] पर लिखें और बताएं कि आपको कितनी छूट की आवश्यकता है और क्यूँ। कृपया ध्यान दें कि हमारे पास सीमित छूट उपलब्ध है और हो सकता है कि हम इस बैच के सभी अनुरोधों को पूरा न कर पाएँ।